
मोरबी में विभूति पटेल उर्फे रानीबा समूह ने एक दलित युवक की बेरहमी से पिटाई की और पैर के जुते चटाकर माफी मांगने पर मजबुर किया दलित समाज ने लालधूम पुलिस में शिकायत दर्ज की देखीऐ वीडीयो
मोरबी की रानीबा द्वारा वेतन न देने के कारण दलित युवक की बेरहमी से पिटाई करने वाली लड़की सहित छह लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया है।
भारत में कई बड़े नेता लोगों के दिमाग से यह बात निकालने के लिए उदाहरण दे रहे हैं कि दलितों के घर जाकर खाना खाते है लेकिन कुछ स्वाभिमानी लोग दलितों को अपमानित करने का एक भी मौका नहीं छोड़ते हैं और ऐसी ही एक घटना घटी है मोरबी में जो विचारणीय है। उच्च विचारधारा वाले लोग आज भी दलितों को समाज का हिस्सा नहीं मानते
घटना यह है कि मोरबी नजर बाग के पास रहने वाला नीलेश दलसानिया नाम का युवक रानीबा उर्फ विभूति पटेल नाम की लड़की से अपनी 16 दिन की मजदूरी मांग रहा था, विभूति पटेल के भाई को यह बात ठीक नहीं लगी और उसके भाई ओम पटेल ने पैसे देने के बहाने उसे बुलाया जब नीलेश को यह अंदाजा हुआ कि वहा कुछ मारपीट करेंगे इसलिए वह और उसके दो दोस्त रानीबा एंटरप्राइजेज नामक विभूति पटेल के कार्यालय में आए।
जब नीलेश और अन्य लोग वहां पहुंचे, तो ओम पटेल और अन्य लोगों की भीड़ ने उन पर हमला कर दिया, जिसके कारण नीलेश के साथ मौजूद दो अन्य लोग भाग गए, लेकिन इस हमले में दलित युवक की बेरहमी से पिटाई करने के बाद, युवक को विभुती पटेल की ओफीस की बालकनी ले जाया गया और वहां ले जाकर उन्हें बेरहमी से पीटा गया और बाद में विभूति पटेल आए जिन्होंने दलित युवक को जाति के आधार पर अपमानित किया और उसे अपने पैर चाटने के लिए मजबूर किया फिर घायल दलित युवक को धमकी देते हुए एक वीडियो बनाया कि तुम रानीबन को फोन पर परेशान करता हो धमकी से डरे हुऐ नीलेश ने वीडियो बनाकर मैसेज भेजकर परेशान करने की बात कही है और आगे कार्रवाई करने पर जान से मारने की धमकी दी है। ऐसी शिकायत नीलेश ने पुलिस को दी है।
विभूति पटेल के मोरबी और गांधीनगर के कुछ राजनीतिक नेताओं के साथ अच्छे संबंध हैं, दलित समुदाय का आरोप है कि शिकायत में कुछ धाराएँ जानबूझकर नहीं डाली गई हैं, जैसे कि विभूति पटेल और उनके भाई ओम पटेल को पहले से ही पता था कि नीलेश आ रहे हैं। तभी मारपीट के इरादे से लोगों को बुलाया जाना साजिश का ही हिस्सा है। साथ ही शिकायतकर्ता खुद कह रहा है कि डकैती हुई थी, लेकिन जब डकैती की शिकायत भी नहीं ली गई तो दलित समाज के लोग मोरबी सिविल अस्पताल में इलाज करा रहे दलित युवक को देखने दलित समुदाय उमड़ पड़ा।और दलित समुदाय के नेताओं ने कहा कि वे कलेक्टर और ऐस पी को लिखित शिकायत भेजेंगे।